Civil Lines Assembly Elections 2023 : 25 साल के आंकड़ों ने बढ़ाई प्रताप सिंह खाचरियावास की टेंशन!

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Civil Lines Assembly Elections 2023 : जयपुर की सिविल लाइंस विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला काफी कड़ा होने की संभावना है। कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास और भाजपा के गोपाल शर्मा के बीच सीधी टक्कर है।

सिविल लाइंस सीट पर पिछले 5 साल से कांग्रेस का कब्जा है। 1998 से 2023 तक इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार ही जीते हैं। हालांकि, 2018 के चुनाव में भाजपा के अरुण चतुर्वेदी ने कांग्रेस के प्रताप सिंह खाचरियावास को कड़ी टक्कर दी थी। खाचरियावास ने चतुर्वेदी को महज 11,129 वोटों के अंतर से हराया था।

इस बार भी भाजपा के गोपाल शर्मा के पास जीत की संभावना थोड़ी अधिक है। इसके पीछे मुख्य कारण जयपुर शहर में भाजपा का बढ़ता दबदबा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जयपुर के सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।

इसके अलावा, गोपाल शर्मा का चुनाव प्रचार भी काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने जयपुर शहर के विभिन्न इलाकों में जनसभाएं की हैं और कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला है।

प्रताप सिंह खाचरियावास एक अनुभवी नेता हैं और उनके पास सरकार का अनुभव भी है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में उनकी छवि कुछ खराब हुई है। उन्हें कई बार विवादों में भी देखा गया है।

कुल मिलाकर, सिविल लाइंस सीट पर मुकाबला काफी कड़ा होने की संभावना है। भाजपा के गोपाल शर्मा के पास जीत की संभावना थोड़ी अधिक है। हालांकि, अंतिम फैसला मतदाता करेंगे।

प्रताप सिंह खाचरियावास की टेंशन क्यों बढ़ी?

प्रताप सिंह खाचरियावास की टेंशन मुख्य रूप से निम्नलिखित कारणों से बढ़ी है:

  • जयपुर शहर में भाजपा का बढ़ता दबदबा
  • गोपाल शर्मा का दमदार प्रचार
  • खाचरियावास की खराब छवि

प्रताप सिंह खाचरियावास को पता है कि इस बार जीतना उनके लिए आसान नहीं होगा। भाजपा के गोपाल शर्मा एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी हैं। उन्हें हराने के लिए खाचरियावास को कड़ी मेहनत करनी होगी।

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