कहते हैं, अगर आप मेहनत और लगन से काम करें, तो दुनिया का कोई ताना या मज़ाक आपको रोक नहीं सकता। राजस्थान के सूरतगढ़ के रहने वाले आचार्य पंकित गोयल ने इसे सच कर दिखाया। कभी दोस्तों और रिश्तेदारों के तानों का सामना करने वाले पंकित आज भारत के सबसे चर्चित वास्तुकारों में गिने जाते हैं। और खास बात ये है कि वो लोगों को फ्री में वास्तु कोर्स भी कराते हैं।
शुरुआती दिनों में तानों का सामना
पंकित गोयल का सफर आसान नहीं था। 21 जनवरी 1993 को जन्मे पंकित ने ग्राफिक्स डिजाइनिंग और 3डी एनीमेशन की पढ़ाई की थी। करियर बनाने के लिए उन्होंने ब्रिक्स का बिजनेस शुरू किया, लेकिन शुरुआत में उन्हें लगातार असफलता मिली।
“रिश्तेदारों ने कहा कि ये काम तेरे बस का नहीं। दोस्तों ने भी कहा कि तू कुछ नहीं कर पाएगा। लेकिन मैंने हार नहीं मानी,” पंकित बताते हैं।
वास्तु की ओर कैसे बढ़ा रुझान?
जब बिजनेस में लगातार घाटा होने लगा, तो पंकित ने अपने घर और ऑफिस में बदलाव करने का सोचा। उन्होंने वास्तु शास्त्र के बारे में पढ़ाई शुरू की और अपने बिजनेस में इसे अपनाया। नतीजे ने सबको चौंका दिया।
“जब मैंने अपने बिजनेस में वास्तु के नियमों को अपनाया, तो धीरे-धीरे चीजें बदलने लगीं। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा,” पंकित ने बताया।
फ्री में काम किया, फिर बना नाम
शुरुआत में पंकित ने फ्री में लोगों को वास्तु सलाह देना शुरू किया। वो चाहते थे कि लोग उनके काम को देखें और रिजल्ट महसूस करें। जब उनके सुझावों से लोगों की समस्याएं हल होने लगीं, तो उनकी पहचान बनने लगी।
भारत के चर्चित वास्तुकार बने
आज पंकित गोयल का नाम सिर्फ राजस्थान तक सीमित नहीं है। वो अब देशभर में मशहूर हो चुके हैं। बॉलीवुड सितारों से लेकर बड़े बिजनेसमैन तक, सभी उनके वास्तु ज्ञान पर भरोसा करते हैं।
“अरबाज खान और मीका सिंह जैसे लोग मेरे पास वास्तु सलाह लेने आते हैं। ये मेरे लिए गर्व की बात है,” पंकित ने बताया।
लोगों को देते हैं फ्री वास्तु कोर्स
पंकित गोयल का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ नाम और पैसा कमाना नहीं है। वो चाहते हैं कि लोग वास्तु शास्त्र को समझें और इसका सही इस्तेमाल करें। इसी वजह से वो फ्री में वास्तु कोर्स कराते हैं।
“मेरे पास जो ज्ञान है, उसे लोगों तक पहुंचाना मेरा कर्तव्य है। फ्री कोर्स के जरिए मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों को वास्तु सिखाना चाहता हूं,” पंकित ने कहा।
हर ताने का जवाब दिया सफलता से
आज वही रिश्तेदार और दोस्त, जो कभी पंकित का मज़ाक उड़ाते थे, अब उनकी तारीफ करते नहीं थकते।
“लोगों ने कहा था कि मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा। आज वही लोग मुझसे वास्तु सलाह लेने आते हैं। ये मेरे लिए सबसे बड़ी जीत है,” पंकित ने मुस्कुराते हुए कहा।
पंकित गोयल की कहानी हमें सिखाती है कि ताने और मज़ाक से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आप मेहनत और लगन से अपने काम में लगे रहें, तो सफलता जरूर मिलेगी।
तो दोस्तों, अगर आपको भी कोई ताने मार रहा है, तो उन्हें जवाब अपनी सफलता से दें। कौन जानता है, आप भी एक दिन पंकित गोयल की तरह मशहूर हो जाएं!