Adivasi Herbal Hair Oil : जाने-माने ट्राइकोलॉजिस्ट और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अशोक सिन्हा एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और इस बार उनके निशाने पर हैं बॉलीवुड और सोशल मीडिया के कई बड़े चेहरे। डॉ. सिन्हा ने अपने हालिया बयान में कहा है कि अगर सेलिब्रिटीज बिना जांच-पड़ताल किए किसी भी उत्पाद का प्रचार करते हैं, तो उन्हें भी स्कैम का हिस्सा माना जाना चाहिए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
किस बात पर है बवाल?
हाल ही में डॉ. सिन्हा ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने तथाकथित ‘आदिवासी हेयर ऑयल’ के पीछे के कथित घोटाले का पर्दाफाश किया था। उन्होंने इस वीडियो में सोनू सूद, भारती सिंह, सोनू शर्मा, सौरभ जोशी, एलवीएस यादव, मिस्टर इंडियन हैकर, एल्विश यादव, फराह खान और डॉ. विवेक बिंद्रा जैसे कई बड़े सेलिब्रिटीज का नाम लिया था, जिन्होंने इस तेल का प्रचार किया है। डॉ. सिन्हा का आरोप है कि इन सेलिब्रिटीज ने बिना किसी जांच-पड़ताल के इस उत्पाद का प्रचार किया और इस तरह लोगों को गुमराह किया।
क्या कहते हैं डॉ. सिन्हा?
डॉ. सिन्हा का कहना है कि सेलिब्रिटीज का यह कर्तव्य है कि वे किसी भी उत्पाद का प्रचार करने से पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल कर लें। उन्होंने कहा, “अगर कोई सेलिब्रिटी बिना सोचे-समझे किसी भी उत्पाद का प्रचार करता है और वह उत्पाद नकली या हानिकारक साबित होता है, तो उस सेलिब्रिटी को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।”
कानूनी कार्रवाई की मांग
डॉ. सिन्हा ने यह भी मांग की है कि ऐसे सेलिब्रिटीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी सेलिब्रिटी बिना जांच-पड़ताल के किसी उत्पाद का प्रचार करने की हिम्मत न करे।”
सेलिब्रिटीज की चुप्पी
डॉ. सिन्हा के इस बयान के बाद से ही सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है। लोग उन सेलिब्रिटीज से जवाब मांग रहे हैं जिनका नाम डॉ. सिन्हा ने लिया है। हालांकि, अभी तक किसी भी सेलिब्रिटी ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
क्या होगा आगे?
यह देखना दिलचस्प होगा कि डॉ. सिन्हा के इस बयान के बाद क्या होता है। क्या सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई करेगी? क्या सेलिब्रिटीज अपनी सफाई देंगे? क्या यह मामला अदालत तक पहुंचेगा? फिलहाल, यह एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब आने वाले समय में ही मिलेगा। लेकिन एक बात तो तय है कि डॉ. सिन्हा के इस बयान ने सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट के मुद्दे पर एक नई बहस छेड़ दी है।