मणिपुर हिंसा: ज्योति सक्सेना ने उठाए सवाल, हमारे देश में महिलाएं वास्तव में कब सुरक्षित होंगी?

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मणिपुर हिंसा: मणिपुर के दर्दनाक हादसे को देखते हुए अभिनेत्री ज्योति सक्सेना ने भारत में महिलाओं के सुरक्षित होने के मुद्दे पर गहरी भावना व्यक्त की है। मानवता और एकता के मूल्यों के असफल होने के संदर्भ में उन्होंने लोगों से सजग होने की अपील की है।

मणिपुर में हुए भयानक हिंसाग्रस्त घटना में दो महिलाओं को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र किया जाना और उनके साथ बलात्कार किया जाना एक वीडियो के माध्यम से सार्वजनिक रूप से समाचार में आया था। यह घृणित कृत्य देश भर में लोगों के दिलों में दर्द और आंदोलन की भावना पैदा करता रहा।

ज्योति सक्सेना कहती है, ‘हमारे देश में महिलाएं वास्तव में कब सुरक्षित होंगी?’

वीडियो को देखने के बाद ज्योति सक्सेना ने खुद को बहुत दुखी और परेशान महसूस किया, और उन्होंने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा, “यह वीडियो महिलाओं के साथ सबसे घृणित और अमानवीय व्यवहार को दर्शाता है। मेरा दिल उन पीड़ित महिलाओं के साथ है, जिन्हें उनकी गरिमा के इस घोर उल्लंघन का सामना करना पड़ा। हम भारत जैसे देश में रहते हैं, जहां इस तरह की दुखद और घृणित घटना को सोशल मीडिया के माध्यम से दर्शकों को अवगत कराया जाता है, और राज्य का कोई भी व्यक्ति मजबूती से खड़ा होना और अपनी आवाज उठाना नहीं चाहता है।”

इस हादसे को लेकर जनता ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा व्यक्त किया और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ज्योति सक्सेना ने भी लोगों से एकजुट होने और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं आशा और प्रार्थना करती हूं कि हम सभी इस जघन्य कृत्य के खिलाफ एकजुट हों और जिम्मेदार अपराधियों को इतनी कड़ी सजा मिले कि कोई भी फिर से इस तरह के घृणित कृत्य को अंजाम देने का सोचने से पीछे हट जाए।”

मणिपुर में हुए यह घटना एक बार फिर से समाज में सवाल उठाती है कि देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। इस हिंसा के पीछे छुपे कारणों का पता लगाने और इसे रोकने के लिए सकारात्मक एवं संबलित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। समाज के सभी वर्गों को मिलकर काम करने से ही हम एक सुरक्षित और शक्तिशाली समाज बना सकते हैं।

इस आंदोलन में ज्योति सक्सेना की अभिव्यक्ति ने उठाए गए समस्या को संजाने में मदद की है और उनके द्वारा की गई अपील से लोगों में जागरूकता फैली है। आशा है कि समाज में सुरक्षित और समृद्धि से भरी जीवन जीने के लिए सभी लोग एक साथ मिलकर काम करेंगे और महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे

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